 
                जिस रावण से पूरी दुनिया डरती थी, रावण के भी तीन योद्धा थे जो उससे डरते थे, भगवान राम के अलावा केवल दो ही योद्धा थे जो रावण को मौत के घाट उतार सकते थे। रावण इतना शक्तिशाली था कि उसे मारने के लिए स्वयं भगवान ने जन्म लिया था। लेना ही पड़ा, लेकिन भगवान राम के अलावा हनुमानजी और बाली भी रावण को आसानी से मार सकते थे। हनुमान जी इतने शक्तिशाली थे कि अगर वे चाहते तो अकेले ही रावण का वध कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया क्योंकि उन्हें भगवान राम का आदेश नहीं था। दूसरा था बाली, जिसे ब्रह्मा ने वरदान दिया था कि वह जिससे भी युद्ध करेगा उसकी आधी शक्ति बाली में आ जाएगी।

एक बार रावण बालि से युद्ध करने पहुंच गया। बलि उस समय पूजा कर रहे थे। रावण बार-बार बालि को ललकार रहा था। जिससे बलि की पूजा में बाधा उत्पन्न हुई। जब रावण नहीं माना तो बाली ने उसे अपनी बांह में दबाकर चारों समुद्रों की परिक्रमा की थी। बाली बहुत शक्तिशाली था और इतनी तेजी से चलता था
कि वह प्रातःकाल चारों समुद्रों की परिक्रमा किया करते थे। इस प्रकार परिक्रमा करने के बाद वह सूर्य को अर्घ्य देते थे। जब तक बालि ने परिक्रमा करके सूर्य को अर्घ्य नहीं दिया, तब तक उसने रावण को अपनी बांह में दबाये रखा। आपको जानकारी कैसी लगी कमेंट करके बताएं और जय श्री राम लिखना ना भूलें।
